तनाव और त्वचा: जानें कैसे स्किन पर पड़ता है स्ट्रेस का असर और कैसे करें बचाव
आज की तेज-रफ्तार जिंदगी में तनाव एक आम समस्या बन गई है। चाहे वह ऑफिस के काम का प्रेशर हो या घर की जिम्मेदारियां, हर कोई किसी न किसी कारण से तनाव में रहता है। हम में से कई लोग इसे एक साधारण बात समझते हैं, लेकिन तनाव न केवल हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर असर डालता है, बल्कि यह हमारी त्वचा की सेहत को भी बिगाड़ सकता है। यहां हम आपको बताएंगे कि तनाव कैसे हमारी त्वचा पर नकारात्मक असर डालता है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
जब हम तनाव में होते हैं, तो हमारे शरीर में कॉर्टिसोल नामक स्ट्रेस हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। कॉर्टिसोल का मुख्य कार्य शरीर को किसी भी खतरे से निपटने के लिए तैयार करना होता है, लेकिन अगर इसका स्तर लंबे समय तक ऊंचा रहे तो यह त्वचा के लिए हानिकारक हो सकता है। कॉर्टिसोल के बढ़े हुए स्तर के कारण त्वचा संबंधी कई समस्याएं उत्पन्न होती हैं। आइए जानते हैं कि तनाव त्वचा को किन-किन तरीकों से प्रभावित कर सकता है:
मुंहासे: जब शरीर में तनाव बढ़ता है, तो सेबैसीय ग्लैंड्स (ऑयल ग्रंथी) ज्यादा एक्टिव हो जाती हैं, जिससे त्वचा पर तेल की मात्रा बढ़ जाती है। इससे त्वचा के छिद्र बंद हो जाते हैं और मुंहासों का खतरा बढ़ जाता है।
त्वचा रोगों का बिगड़ना: तनाव के कारण एक्जिमा और सोरायसिस जैसी त्वचा संबंधी बीमारियों के लक्षण और ज्यादा बढ़ सकते हैं। तनाव से फ्लेयर-अप्स ट्रिगर हो सकते हैं, जिससे इन समस्याओं में बढ़ोतरी होती है।
रूखी त्वचा: तनाव त्वचा की नमी को कम कर देता है, जिससे त्वचा रूखी और बेजान नजर आने लगती है। इससे त्वचा पर दरारें और खुरदुरापन दिख सकता है।
त्वचा का जल्दी बूढ़ा होना: कॉर्टिसोल का बढ़ा हुआ स्तर कोलेजन और इलास्टिन जैसे त्वचा के मुख्य प्रोटीनों को तोड़ने का काम करता है। यह तत्व त्वचा की लोच और मजबूती बनाए रखते हैं। इनका क्षरण होने से त्वचा पर जल्दी झुर्रियां और फाइन लाइन्स नजर आने लगती हैं, जिससे त्वचा उम्रदराज दिखने लगती है।
त्वचा की सूजन: तनाव के कारण शरीर में सूजन का स्तर बढ़ सकता है, जिससे त्वचा पर लालिमा और सूजन आने लगती है।
खून के प्रवाह में कमी: तनाव के कारण त्वचा के ब्लड वेसल्स संकुचित हो जाते हैं, जिससे त्वचा को पूरी तरह ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं मिल पाते। इसका परिणाम यह होता है कि त्वचा बेजान और थकी हुई नजर आने लगती है।
घाव भरने में देरी: तनाव शरीर की मरम्मत की प्रक्रिया को धीमा कर देता है, जिससे त्वचा पर घाव जल्दी नहीं भरते और स्कार्स का खतरा बढ़ जाता है।
अब सवाल आता है कि इस तनाव को कैसे नियंत्रित किया जाए ताकि त्वचा स्वस्थ और चमकदार बनी रहे। इसके लिए कुछ आसान उपाय हैं जिन्हें अपनाकर आप तनाव से राहत पा सकते हैं:
ध्यान (मेडिटेशन): ध्यान का अभ्यास करने से मन शांत होता है और मानसिक तनाव कम होता है। यह आपको आंतरिक शांति देने में मदद करता है, जिससे त्वचा पर सकारात्मक असर पड़ता है।
योग: योग न केवल शरीर को मजबूती देता है, बल्कि यह मानसिक शांति भी प्रदान करता है। योग के नियमित अभ्यास से तनाव के स्तर में कमी आती है।
गहरी सांसें: गहरी सांस लेने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और तनाव कम होता है। यह तकनीक आपको शांति का अनुभव कराती है।
संतुलित आहार: हेल्दी डाइट लेने से शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं, जिससे त्वचा स्वस्थ और चमकदार रहती है। तनाव को कम करने के लिए हरी सब्जियां, फल और प्रोटीन युक्त भोजन का सेवन करें।
अच्छी नींद: नींद शरीर के लिए बेहद जरूरी है। अच्छी नींद लेने से शरीर और मस्तिष्क को आराम मिलता है और यह तनाव को कम करने में सहायक होती है।
नियमित एक्सरसाइज: एक्सरसाइज करने से शरीर में एंडोर्फिन नामक हार्मोन रिलीज होता है, जो प्राकृतिक पेन रिलीफ की तरह काम करता है। यह तनाव को कम करने में मददगार साबित होता है।
इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर आप न केवल अपने तनाव को नियंत्रित कर सकते हैं, बल्कि अपनी त्वचा को भी स्वस्थ और चमकदार बना सकते हैं।